रिश्ते कही दूर जब खो जाते है
अनकही प्यास से बन जाते है
धुप के पास एक ही है निशा
साया हर दर का वो बन जाते है
किसके आँसुओ में इतना सब है
देख कर उसको बूत से बन जाते है
आराधना राय 'अरु'
अनकही प्यास से बन जाते है
धुप के पास एक ही है निशा
साया हर दर का वो बन जाते है
किसके आँसुओ में इतना सब है
देख कर उसको बूत से बन जाते है
आराधना राय 'अरु'
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