दर्द खुद एक ज़ुबाँ बन जाता है ख़लिश कि दास्ताँ कह जाता है कोई तुम सा जो यू मिल गया है कोई अब्र का टुकड़ा ही जुड़ गया है मेरी पेशानी पे कुछ वो लिख गया है ख्वाहिशों कि निशानी "अरु" दे गया है आराधना राय "अरु" Rai Aradhana © (खलिश) Origin: Persian Khalish is an Urdu word, it means "prick, pain, anxiety, apprehension" हिंदी - दर्द , पीड़ा पेशानी - माथा , forehead.-
मेरी कथाओं के संसार में आप का स्वागत है। लेखिका द्वारा स्वरचित कविताएँ है इन के साथ छेड़खानी दंडनीय अपराध माना जाएगा । This is a original work of author copy of work will be punishable offense.