साभार गूगल -------------------------------------------------- ------------------------------------------------------------------------ धन्यवाद सहित दिबांग को नमन किया। ५-७-५- हाइकू एक सुनियोजित कला मुक्तक है ----------------------------------------- तमाशा हुआ रोज़ी -रोटी का सौदा महँगा पड़ा। ---------------------------------------------- आदि अनंत जीवन एक पर्व अनुभूति भी हुई ----------------------------------------------- प्यास कोई अनबुझ पहेली ईश्वर की --------------------------------------------------- शब्द ही है प्रकृति की आवाज़ साज़ साज़ भी देता साथ ------------------------------------------------------- अरु करुणा अरूप ही ईश है स्वरूप है --------------------------------------------------- आराधना राय "अरु"
मेरी कथाओं के संसार में आप का स्वागत है। लेखिका द्वारा स्वरचित कविताएँ है इन के साथ छेड़खानी दंडनीय अपराध माना जाएगा । This is a original work of author copy of work will be punishable offense.