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Showing posts from March 5, 2015

फागुन तेरे जाने के बाद

चैत की चितवन निराली भोर की लालिमा न्यारी प्रीत की नई रीत लेकर होली आई , होली आई फुहार छोड़ेगी पिचारियाँ रंगो की भरमार यू छाई चैत का चेता  छिड़ा है फागुन तेरे जाने के बाद होली आई ,रे  होली आई  सहर्ष  मन को भरमाई रे copyright : Rai Aradhana ©  

ख्वाब आवाज़ देगाخواب آواز دے گانظم

नज़्म कोई ख्वाब आवाज़ देगा बुलालेगा ,बैठा लेगा हमे आहटें ,खोलेगी दरवाज़ा खामोशियाँ  फिर बातें करे  गुफ़्तगू यूही चलती रहेगी बादलों, हवा ,रुखसार की ज़िन्दगानी बहती रहेगी बात -बेबात   ,बेबाक़ सी महफिले ये सजती रहेंगी साज भी ये  बजते रहेगें ख्वाब ये   फिर से  सजेंगे चूड़ियों कि खनहनाहट से आहटे खोलेंगी ये दरवाज़ा ख्वाब जब ले आएगा  कोई copyright : Rai Aradhana © आराधना                                                                                                   کوئی خواب آواز دے گا بلالےگا، بیٹھا لے گا ہمیں اهٹے، كھولےگي دروازہ كھاموشيا پھر باتیں کرے   گفتگو يوهي چلتی رہے گی بادلوں، ہوا، ركھسار کی ذندگاني...