Skip to main content

Posts

Showing posts from October 18, 2014

अपराध-बोध

                                          अपराध- बोध     "माँ ,आज़ स्कूल जाने में फिर देर हो गई , छुट्टी ले लू क्या !  मुँह बनाते हुए चिकी  ने पूछा, पर  माँ  ने ध्यान नहीं दिया , स्कूल बैग पीठ पर लटकाए , पैर घसीटती हुई वो घर से निकल गई। स्कूल जाने की उसकी ज़रा भी इच्छा नहीं हो रही थी । मैथ्स  के चार पीरियड थे , फिर क्लास टेस्ट भी था, नम्बर कम आते  ही गीता मैडम , उसे ही देख - देख कर फिर बोलेगी , कॉपी तो इतनी स्मार्टली बनाई है , नंबर भी ऐसे आते तो क्या बात थी ?             अपने ख्यालो  मे गुम चिकी ,स्कूल के सामने खड़ी थी ,उस का ध्यान हाथ की कलाई पर चला गया ,            स्कूल पहुँचने में उसे 15 मिनट की देर हो गई थी ।              " अब क्या करू ? चिकी धीरे से फुसफुसाई स्कूल गई तो बिना बात के ही फिर टीचर की डाँट               खानी पड़ेगी ,ग्राउंड के तीन चक्कर लगाने पड़ेंगे , उस पर फिर बताया जायेगा की कैसे जल्द उठ , कर             समय पर आ कर अच्छे बच्चे बन सकते है ऊपर से क्लास में देर से जाने पर , टीना मैडम               ऐसे देखेगी मानो कोई क्राइम कर के आ रही हो ?    

विश्वास

                                                              साभार गूगल इमेज़                                    (कहानी)            विश्वास              उसके पैर मानो जम से गए थे ,शरीर में ताकत न होने पर भी ,वो हॉस्पिटल के कमरे से निकल कॉरिडोर में निकल आई ,उसने सोचा भी  ना था की जिस रिश्ते से जीवन भर की डोर बंधी है वो इस तरह बेमानी हो जायेगे ,अपने आँसूओ को थाम कर शैलजा ने आस पास नज़र दौड़ाई  ,उसके पति  सास , ससुर  डॉ कमरे  मैं बैठे थे , उसकी तरफ उसकी निगाह नहीं थी ,अच्छा मौका देख कर  शैलजा , वहाँ से भाग निकली , हालत के मारो का ठिकाना ,केवल मौत है ,अब तक वो यही जानती थी ,ना चाहते हुए भी उसके कदम अनजान रास्तो पर चल पड़े ।  बिना पति के मायके की दहलीज़ ,खड़ी लड़की का सम्मान क्या और मान क्या , अजीब विडंबना है शादी के समय जिसे दिल से लगा कर विदा करते है , बाद में वही अगर बिना पति के आकर मायके  मे बैठ जाए तो ,समाज ,परिवार दोनों ही उसे  अस्वीकृत कर देते है । शैलजा के लिए उसके माता पिता ने ऊचे घर का , सभ्य ,अच्छी नौकरी वाला वर देख कर विवाह किया था । विवाह ऐसा की लोग दांतो तले उॅगली दबा