Skip to main content

Posts

Showing posts from May 5, 2015

याद आई है

मुद्दतों बाद चेहरे पे हँसी आई हैं जाने क्यों  उस कि याद आई है वो मुझे रोज़ आ के बता जाता है या  तो मैं हूँ या मेरी ये  तन्हाई है उसे भूलने कि आदत बहुत खूब है मैंने  ना भूलने कि कसम खाई  है उसकी बातों  से मेरा यही रिश्ता है उसकी यादें  है जो निभाने आई है आराधना राय http://aradhanakissekahaniyan.blogspot.in/