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Showing posts from April 1, 2017

नज़्म

सोचता , हूँ तेरे बाद मेरा क्या होगा आसमा के नज़रो का क्या होगा मैने हर हाल में निभाया है तुझसे मेरे बिन भी हाल तेरा क्या होगा छोड़ दिया जहां जो अख्तियार में था मेरी दुनिया तेरी दुनिया के बीच क्या होगा रोशनी चाँद सितारों की उम्र भर के लिए तुमने नाता जोड़ा सितारों से तो क्या होगा ----------अरु