भ्रम है उन्हें की वो खुदा बन कर आये है
कर्म कर ना सके जो कर्मवीर बन आये है
लगा के आग दामन में अब बचाने आये है
सुना के राज़ दिल का दिल लगाने आये है
दुनियाँ -ए- दीन की खबर हमको देने आये है
लूटा के आशियाँ दिल का अपना बनाने आये है
देखती है आँखे ख़ामोशी से रात को जो ख़्वाब
खुदा के नाम पे " अरु " को सताने फिर आये है
आराधना राय "अरु"
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