अब के प्रभु रखियो भी तुम मेरा मान
काँटों के संग चल कर हँसू रख ध्यान
उपजे सब के मन में सुख पूर्ण ज्ञान
करे सब अपने निज, औरों का सम्मान
पूरित हो सपनों का अपना अब वरदान
फले -फूले हम दे सदा बस यही तू दान
आराधना
काँटों के संग चल कर हँसू रख ध्यान
उपजे सब के मन में सुख पूर्ण ज्ञान
करे सब अपने निज, औरों का सम्मान
पूरित हो सपनों का अपना अब वरदान
फले -फूले हम दे सदा बस यही तू दान
आराधना
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