बहुत दूर ठिकाना था उसका लेकिन
संग कौन सा ज़हान हम ले के चले
बदस्तूर ही जारी है ये रवायत उसकी
पहुँच कर ही जानेंगे शिकायत उसकी
करेंगे तेरा ये क्या जो बहे अश्क ''अरू ''
चुभन रह जाएगी बाकी एक बन के सदा
आराधना
आराधना
Comments