साभार गूगल इमेज
सड़क पर चलती
हर लड़की
कहीं भी दिखी
आदमी को
मांस का टुकड़ा
भर ही लगी
देखा जिसने भी
सिर्फ लड़की
तुझे बस एक जिस्म
सा देखा
औरत तू महज़ एक
खिलौना है
तेरी सोच भी कुछ
तो रही होगी
भागती भीड़ में
कहीं तू भी यही
दुःख के अहसास में
भरी होगी
काश जान पाता
हर कोई
जिस्म से अलग
तू कोई जान
होगी एक
,मरियम सी
सीता , सी या
रेहाना सी
किसी कि
नज़रें क्यों
हो वहशहना सी
@ कॉपी राइट आराधना
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