किसका इंतज़ार था तुझे भी यू ए दोस्त
वह कहकशां भी अपने ही साथ ले के गया
दामन में सिर्फ़ आँसू थे उसकी ही याद के
बीते हुए पल कि वो हर ख़ुशी भी ले के गया
ना जाने किस बज़्म में तुझे वो अब मिले
वो जाते हुए "अरु "अपनी दास्ताँ कह गया
आराधना राय "अरु"
Rai Aradhana ©
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शब्द के अर्थ
बज़्म -महफ़िल ,Gathering
कहकशां -"Highest place" प्यारा , ब्रम्हांड ,
दास्ताँ - story , अफ़साना
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