साभार गुगल
तिरे गम में मिली जग हंसाई है
दिल को राहत कब मिल पाई है
जान मेरी जान पर बन आई है
किस्मत में मिली हमें रुसवाई है
ये तिश्नगी भी किसे रास आई है
गम -ए दिल ने पाई तन्हाई है
मिरे चेहरे पे अजब रंगत छाई है
आब ए हयात बन तू मुस्कुराई है
आराधना राय "अरु"
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