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Showing posts from December 12, 2015

ज़माने बदल गए

साभार गुगल मेरे तेरे अब वो ज़माने बदल गए लोगों के आजकल फसाने बदल गए ---------------------------------------------------------- बदहालियों के जुर्म से कैसे निकल गए रोजी की दौड़ में कितने तराने बदल गए ----------------------------------------------- आँखों में जाने कितने शरारे मचल गए ए- आसमां तेरे सारे नज़ारे बदल गए -------------------------------------------------------- ज़मघट लगा कर लोग कितने निकल गए मिलने मिलाने में कितने ज़माने बदल गए --------------------------------------------------------------- रोशनी को देख कर परवाने जल गए उम्मीद के गाँव से दीवाने बदल गए ---------------------------------------------------------------- फाका परस्ती में जितने दिन निकल गए वक़्त के धारे में कितने चेहरे बदल गए ---------------------------------------------------------------------- आसमां के नाम पर "अरु" सितारे बदल गए गुम चाँदनी हो गई झिलमिल नजारे बदल गए आराधना राय "अरु"