तेरे इंतज़ार में चुप- चाप हम यू ही रोयेंगे अश्को से दामन तेरा हम भी यू भीगोयेंगे तेरी बातो से मिल जायेगा यू ही क़रार मुझे यु ही दिल -दिल में प्यार में भीगोयेंगे तुझे उसके ज़ज़्बात भी अपने से ही अब लगने लगे "अरु" वो मुझे अपना हम कदम सा ही लगने लगे आराधना राय Rai Aradhana © आराधना राय
मेरी कथाओं के संसार में आप का स्वागत है। लेखिका द्वारा स्वरचित कविताएँ है इन के साथ छेड़खानी दंडनीय अपराध माना जाएगा । This is a original work of author copy of work will be punishable offense.