ख्याल ---------------------------------------------------------------------- आज कल लोग बिना बात ही यू बदनाम करते है उसूलन हम भी उन्हें ही तो जा कर सलाम करते है ये और बात है लोग इश्क़ कि बात यू ही करते है बिना बात के वो ही बस हर बार सवालात करते है है बहुत मुश्किल उनको ही यू भी ये अब समझाना जो किसी के दिल का भी अब ख्याल ही नहीं रखते है हमें गम हो के ना हो अब यू ही हम दरकार रखते है पशेमां क्यू हो उन से "अरु" समझ बरक़रार रखते है आराधना राय
मेरी कथाओं के संसार में आप का स्वागत है। लेखिका द्वारा स्वरचित कविताएँ है इन के साथ छेड़खानी दंडनीय अपराध माना जाएगा । This is a original work of author copy of work will be punishable offense.