जान नहीं जब पूरा नाता
विभेद ह्रदय में उपज जाता
ज्ञान नहीं कोई पूर्ण पाता
बीच राह में भ्रमित हो जाता
विभेद ह्रदय में उपज जाता
ज्ञान नहीं कोई पूर्ण पाता
बीच राह में भ्रमित हो जाता
अधकचरी सी बात सुनाता
असत्य सत्य नहीं बन पाता
असत्य सत्य नहीं बन पाता
©आराधना राय "अरु"
Comments