साहित्य श्याम-saahityshyam: आखिर कौन हैं हम....डा श्याम गुप्त द्वारा लिखे लेख पर टिपण्णी
सकारात्मक शक्ति देव और प्रयोगामक प्रकृति के लोग योगी कहलाये ---- बुधि और बल प्रयोग को समर्थ रूप से ना स्वीकार करने वाले लोग विध्वंसकारी असुर कहलाये, आप का लेख सोचने को मजबूर करता है,और मुझे याद आ गया 1989 के मोहनजोदड़ो के ऊपर किए गए शोध पत्र डॉ डी,एन पंन्त के साथ किया गया काम.आप का लेख वैचारिकता के साथ पुराण और वेदों की ऋचाओ की बातें करता है.
सकारात्मक शक्ति देव और प्रयोगामक प्रकृति के लोग योगी कहलाये ---- बुधि और बल प्रयोग को समर्थ रूप से ना स्वीकार करने वाले लोग विध्वंसकारी असुर कहलाये, आप का लेख सोचने को मजबूर करता है,और मुझे याद आ गया 1989 के मोहनजोदड़ो के ऊपर किए गए शोध पत्र डॉ डी,एन पंन्त के साथ किया गया काम.आप का लेख वैचारिकता के साथ पुराण और वेदों की ऋचाओ की बातें करता है.
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