साभार गुगल इमेज़
चाहू तुम्हे तो भी भूल ना पाऊँगी
दिल की आवाज़ बन तुम्हें पाऊँगी।
यू ही कभी करार नहीं अब पाऊँगी
चाँदनी रातें क्या भूल अब जाऊँगी
दिल के धड़कने का राज़ कह पाऊँगी
अब तुम को क्या भूल नहीं पाऊँगी
धीरे से तेरा अहसास बन के आऊँगी
अपनी तक़दीर में तुझे ही बसाऊँगी
कॉपी राइट@आराधना राय
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